Monday, May 21, 2018

भगवान श्री राम के सबसे बड़े भक्त भगवान् हनुमान के लिए करें मंगलवार को व्रत (मंगलवार व्रत की विधि) !!!!




मंगलवार को भगवान श्री राम के सबसे बड़े भक्त भगवान् हनुमान के दिन की तरह याद किया जाता है। हनुमान भक्त इस दिन व्रत रखते हैं। हालांकि काफी सारे ऐसे लोग हैं जो व्रत तो करते हैं लेकिन इसे सही तरीके से कैसे करना है इसके बारे में कुछ भी नहीं जानते।

व्रत में इन नियमों का पालन ज़रूर करें !!

सभी हनुमान भक्त मंगलवार और शनिवार का व्रत भगवान हनुमान को समर्प्रित करके कर सकते है। पहली बात तो ये कि मंगलवार का व्रत उन्हें करना चाहिए जिनकी कुंडली में मंगल गृह निर्बल है और इसका असर उनकी निजी जिंदगी पर देखने को मिल रहा है। ऐसे लोग शुभ फल के लिए इस व्रत को करते हैं। जिन लोगों की कुंडली में मंगल प्रबल है उन्हें भी व्रत करने की मनाही नहीं है लेकिन उन्हें इससे सिर्फ हनुमान जी की कृपा प्राप्त होती है और ईष्टदेव की कृपा बनी रहती है।

जानिए क्या है व्रत:
बता दें कि शास्त्रों के मुताबिक मंगल के व्रत से हनुमान जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। यह व्रत सम्मान, बल, साहस और पुरुषार्थ को बढ़ाता है। संतान प्राप्ति के लिए भी है व्रत बहूत फलदायक है। इस व्रत से पापो से मुक्ति प्राप्त होती है। कहा जाता है कि दूसरी दुनिया से जुड़ी काली शक्तियों का दुष्प्रभाव भी इस व्रत करने वाले पर कोई असर नहीं डालता।

मंगलवार व्रत की सही विधि !!

ये जान लेना ज़रूरी है कि यह व्रत लगातार 21 मंगलवार तक किया जाना चाहिए। व्रत वाले दिन सूर्योदय से पूर्व नित्य कर्म से निपूर्ण होकर नहा ले। उसके बाद घर की ईशान कोण की दिशा में किसी एकांत स्थान पर हनुमानजी की मूर्ति या चित्र स्थापित कर दे। लाल वस्त्र इस दिन पहने और व्रत का संकल्प हाथ में पानी ले कर करें।

पूजन स्थान पर घी का दीपक जलाये और हनुमानजी की मूर्ति या चित्र पर पुष्प माला चढ़ाकर चमेली के तेल के हलके छीटे दे। मंगलवार व्रत कथा पढ़ें फिर उसके बाद हनुमान चालीसा का पाठ करें। सभी को व्रत का प्रसाद बांटकर स्वयं प्रसाद ग्रहण किया जाता है। पूरे दिन में सिर्फ एक बार भोजन करें। अपने आचार विचार पूरे दिन शुद्ध रखे और रात्रि में सोने से पहले फिर एक बार हनुमानजी की पूजा करे।

व्रत की शाम भी है बेहद ज़रूरी !!

हनुमान जी की साधना अति सरल एवं सुगम है क्योंकि वो खुद बाल ब्रह्मचारी थे इसलिए इनकी साधनाओं में ब्रह्मचारी व्रत अवश्य लेना चाहिए। माना जाता है कि कलयुग में हनुमान जल्द ही मनोकामनाएं पूर्ण कर देती है, लेकिन हनुमान जी की पूजा करते समय साफ-सफाई और पवित्रता का विशेष ध्यान रखना अनिवार्य है। किसी भी प्रकार की अपवित्रता नहीं होनी चाहिए। जब भी पूजा करें, तब हमें मन से और तन से पवित्र हो जाना चाहिए। पूजन के दौरान गलत विचारों की ओर मन को भटकने न दें।

यह कुछ सामान्य सावधानियां हैं, जो कि हनुमानजी का उपाय करते समय ध्यान रखनी चाहिए !!

माना जाता है कि सूर्योस्त के बाद हनुमान जी की पूजा करनें से वह जल्द प्रसन्न होते है। मंगलवार को मंगल ग्रह का दिन भी माना जाता है। इस दिन हनुमान जी की पूजा करनें से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है।

जानिए हनुमान को प्रसन्न करनें के उपाय !!

शाम को सूर्यास्त के बाद हनुमानजी के मंदिर या घर में बनें में हनुमान की मूर्ति के सामने साफ आसन पर बैठें और फिर सरसो के तेल का चैमुखा दीपक जलाएं। दीपक लगाने के साथ ही अगरबत्ती, पुष्प आदि अर्पित करें। सिंदूर, चमेली का तेल चढ़ाएं। दीपक लगाते समय हनुमान चालीसा का जाप करना चाहिए!
www.astrosos.com
https://www.facebook.com/astrososonline

No comments:

Post a Comment